छालीवुड

छालीवुड में सुधा की बेहतरीन पारी

रामायण की केकैई बन गयी फिल्म अभिनेत्री
– अरुण बंछोर
छत्तीसगढ़ी फिल्मो की चरित्र अभिनेत्री सुधा जांगड़े यूं तो फिल्मो में आना नहीं चाहती थी ,और जब आ गयी तो मात्र ढाई साल में 14 फिल्मे कर शानदार पारी की शुरुआत की है. वो भी कोरोना काल में जब एक साल तक फिल्म निर्माण बंद रहा। रामायण में केकैई की भूमिका निभाने वाली सुधा अब फिल्मो में अपने शानदार अभिनय से सबको प्रभावित किया है. वैसे तोउन्हें हर तरह की भूमिका करना पसंद है जो उन पर सूट करता हो लेकिन अब वे किसी लीडर और खेती हारी किसानी जैसे रोल करना चाहती है। सुधा जांगड़े से हमने हर पहलुओं पर बात की है.पेश है उनसे बातचीत के सम्पादित अंश.
० फिल्मी कैरियर की शुरुआत कैसे हुई?
मेरी फिल्मी कैरियर की शुरुआत एक गाने से हुई तब मुझे फिल्मों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। कभी सोची नहीं थी कि मुझे इस लाइन में आना भी है ।
० आपको एक्टिंग के प्रति दिलचस्पी कैसे हुई?
दिलचस्पी, दिलचस्पी नहीं ,डरती थी कि मुझसे नहीं हो पाएगा फिर धीरे-धीरे काम मिलता गया आत्मविश्वास भी बढ़ता गया और दिलचस्पी भी होने लगी ।
० अब तक कि आपकी उपलब्धि क्या है?
उपलब्धि ,मुझे फिल्मी लाइन में आकर ही दो ढाई साल ही हुए हैं जिसमें से 2020 में कोरोना के चलते काफी हद तक खाली रहना पड़ा ,फिर भी छोटी – बड़ी 14 फिल्में और चार गानों में काम करने का सौभाग्य मिला मुझे। नकुल महलवार जी का लाइट एंड साउंड स्टेज शो रामलीला में कैकई की भूमिका निभाने का भी मौका मिला मुझे।
० आप छत्तीसगढ़ी फिल्म में अपना आदर्श किसे मानते हैं?
मेरे आदर्श तो उपासना वैष्णव और उर्वशी साहू हैं जिनकी अभिनय मुझे बहुत पसंद है दोनों मेरे आदरणीय हैं।
० क्या आप अपने कामों से संतुष्ट हैं?
जी हां, बिल्कुल संतुष्ट हूं अलग-अलग किरदार निभाकर जो खुशी मिलती है वह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।
० कभी आपने सोचा था कि फिल्मों को ही अपना कैरियर बनाएंगे?
नहीं,बिल्कुल नहीं, मुझे फिल्मों में आने का मौका तक नहीं मिला जब कैरियर बनाने का समय था फिल्में तो अब जाकर मिली है ।अब इस लाइन में मैं आ ही गई हूं तो हमेशा इससे जुड़े रहना चाहती हूं ।अब दूर होने का सवाल ही नहीं उठता।
० छत्तीसगढ़ी में आपको कैसी भूमिका पसंद है या आप कैसा रोल करना चाहेंगे?
ऐसी भूमिका जिससे मेरी अपनी पहचान बने और लोग मुझे पहचान पाए वैसे तो मुझे हर तरह की भूमिका करना पसंद है जो मुझ पर सूट करता हो।
अब तक मैं मां का रोल कर चुकी हूं, लोक अदालत की जज ,करोड़पति खलनायिका, प्रिंसिपल, डॉ, होटल मालकिन, एनजीओ चलाने वाली महिला आदि का रोल कर चुकी हूं अब मैं किसी लीडर और खेती हारी किसानी का रोल करना चाहती हूं।
० सरकार से आपको क्या अपेक्षाएं हैं?
सरकार से मेरी यही अपेक्षा है कि छालीवुड को सफल बनाने के लिए उसे आगे ले जाने के लिए अपनी पूर्ण सहयोग दें, जिससे छालीवुड के सभी छोटे – बड़े कलाकारों की रोजी – रोटी बनी रहे और सभी राज्यों में सीजी फिल्म को दिखाई जाए।
० आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?
हां ,सपना तो हर किसी का होता है, मेरा भी है एक ऐसी भूमिका निभाने की जो अमिट छाप छोड़ जाए आने वाली पीढ़ियों के लिए।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *

प्रधान संपादक - रोहित बंछोर मो. 8959946268 सह संपादक - नवेद खान मो. 9300067770 ऑफिस - मीडिया सिटी 2 रायपुर छत्तीसगढ़