हाथी प्रभावितो के बीच समस्याएं सुनने और पूरी सहायता पहुंचाने बाईक से पहुंचे खाद्य मंत्री मैनपाट, परिवरों को कंबल, चादर और राशन सामग्री का किया वितरण
नवेद खान, अंबिकापुर। 30 जून 2021 छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अमरजीत भगत बुधवार को मैनपाट विकासखण्ड के हाथी प्रभावित कंडराजा, बरडांड और बरपाली हाथियों के द्वारा तोड़े गए मकानों का जायजा लिया। सड़क खराब होने के कारण अपनी कार से उतरकर कुछ दूर पैदल चले फिर बाइक से ही हाथी प्रभावित परिवारों के बीच पहुंच कर उनकी समस्याएं सुनी और पूरी मदद देने का भरोसा दिलाया।
उन्होंने बरडांड में आंगनबाड़ी केंद्र को बनाये गए राहत केंद्र के छत से सीट उड़ जाने के कारण लोगो को हो रही समस्या से राहत देने तत्काल सीट लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही वन विभाग के अधिकारियों को प्रभावित परिवार की संख्या के अनुसार मुफ्त राशन सामग्री उपलब्ध कराने तथा मुआवजा प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कंडराजा में 42 हाथी प्रभावितों को कंबल, चादर, टार्च और राशन सामग्री का वितरण किया।
मंत्री श्री भगत ने कहा कि लोगो का दर्द जानना हो तो हाथी प्रभावित परिवार के टूटे हुए घरों को देखना होगा। हाथी लोगो के घर तोड़कर अनाज को खा जाते है फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। पूरा परिवार आवासहीन हो जाता है। बरसात के समय हाथी के द्वारा घर तोड़ने से लोगो की मुसीबत और बढ जाता है। उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आप लोगो के दुख दर्द जानने यहाँ भेजा है। हाथी प्रभावितों का हर संभव मदद की जाएगी। उहोने कहा कि हाथी नुकसान तो पहुंचा रहा है लेकिन जान हानि नही होने देना है। हर हाल में लोगों के जान की सुरक्षा करनी है। उन्होंने वन विभाग तथा राजस्व विभाग के अधिकारियो को निर्देशित किया कि हाथी के उत्पात से यदि किसी बस्ती के सभी लोगो के लिए भोजन की व्यवस्था करने की आवश्यकता हो तो वह भी करें। लोगो के मदद में कोई कमी न हो। लोगो को हाथी के झुंड की दिशा में जाने से रोके। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि हाथी आक्रामक होते है उसे छेड़ने की गलती बिल्कुल न करें। छेडने से हाथी औऱ भी आक्रामक हो जाते हैं जिससे जानमाल की नुकसान ज्यादा हो सकता है।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि गणेश सोनी , पूर्व जनपद उपाध्यक्ष अटल बिहारी यादव, मुख्य वन संरक्षक अनुराग श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार लंगेह, वन मंडलाधिकारी पंकज कमल, एसडीएम दीपिका नेताम सहित अन्य स्थानीय जन प्रतिनिधि, अधिकारी- कर्मचारी एवं ग्रामीण मौजूद थे।