० मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को अफसर लगा रहे पलीता
० गोठान खोल कर किसी ने सुध नहीं ली
० कई घंटे बाद मौके पर पहुंचे कलेक्टर
जांजगीर। जांजगीर क्षेत्र के खोखरा गांव के आदर्श गौठान में भूख प्यास की वजह से 10 गायों की मौत का मामला सामने आया है। खोखरा के इस गौठान में घटना के बाद कलेक्टर जेपी पाठक और जिला पंचायत सीईओ तीर्थराज अग्रवाल समेत जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया तो पाया कि गोठान में गायों के रखरखाव की समुचित व्यवस्था नही है, शेड भी नही है और गौठान कीचड़ से भी सराबोर है।इस प्रकरण में पूरी तरह जिले के अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। यह जानते हुए कि गोठान सीएम भूपेश बघेल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने के लिए कई दूसरे राज्य भी विचार कर रहे हैं। बावजूद इसके अफसरों ने गोठान खोलकर इस पर ध्यान नहीं दिया। और, न ही मानिटरिंग की कोई व्यवस्था की।अलबत्ता, घटना की जानकारी मिलने पर जिले के कलेक्टर, जिला पंचायत के सीईओ कई घंटे बाद मौके पर पहुंचे। जबकि, घटनास्थल जिला मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर है। कलेक्टर जेपी पाठक और सीईओ तीर्थराज अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में घटना का पूरा ठीकरा ग्राम पंचायत पर फोड़ दी। दोनों ने रटी-रटाई बात की। गोठानों का कंसेप्ट डे शेल्टर होम की तरह है। सिर्फ दिन में गायों को यहां रखना था। लेकिन, लोगों ने दिन-रात के लिए गायों को यहां छोड़ दिया। सीईओ ने कहा, ग्राम पंचायत को इसे देखना था।बहरहाल, आज जब लोगों ने गोठानों में एक साथ 10 गायें मरी देखी तो सबसे पहले मीडिया को सूचना दी गई। लोकल मीडिया वालों ने व्हाट्सएप से मृत गायों की फोटो जिला प्रशासन के अधिकारियों को भेजी। तब जाकर अफसर मौके पर पहुंचे।