नालियों का गंदा पानी घरों में पहुंचा
रायपुर/बिलासपुर। कोराेना संक्रमण के बीच अब पीलिया के खतरे ने भी सिर उठा लिया है। रायपुर में दो दिन में दो महिलाओं की मौत हो गई है। गुरुवार सुबह तेलीबांधा क्षेत्र में एक महिला की मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि पीलिया से उसने दम तोड़ा है। वहीं, बिलासपुर में भी पीलिया ने दस्तक दी है। बुधवार को सरकंडा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मामला ड्रीम सिटी का है। बिलासपुर में नाले-नालियों के बीच से गुजरी पाइप लाइनें और उनमें लीकेज गंभीर समस्या है। वहीं क्लोरीन सप्लाई की माॅनिटरिंग के 17 कैमरे लगाए गए थे। इनमें अब अधिकांश बंद पड़े हैं। रायपुर में 652 मरीज सामने आ चुके हैं। बिलासपुर की यह तस्वीर वहां पीलिया फैलने और मौत होने की कहानी कह रही है। गंदी नालियों के बीच से गुजरी इस तरह की पेयजल की लीकेज लाइनें संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ा रही हैं। नगर निगम ने आठ जोन में केवल 267 स्थान ढूंढे, जहां की पाइप लाइनें बदलने, लीकेज सुधारने की जरूरत है। रिपोर्ट के मुताबिक, बिलासपुर निगम ने आठ जोन में केवल 267 स्थान ढूंढे, जहां की पाइप लाइनें बदलने, लीकेज सुधारने की जरूरत है। इन आंकड़ों पर भरोसा करें तो इनकी खामियां दूर करना पहली जरूरत है। इसके बाद घरों तक पहुंचने वाले पानी में क्लोरीन की सप्लाई आवश्यक है। दोनों ही फ्रंट पर नगर निगम का जल विभाग फेल हो गया है। पानी टंकियों में सैंपल रिपोर्ट में क्लोरीन नदारद पाई गई। इस प्रकार की रिपोर्ट हफ्ते में बार-बार मिल रही है।